शनिवार, 29 नवंबर 2014

गोली की रफ़्तार से चलते तीर





''गोली की रफ़्तार से चलते तीर,
कभी कभी बात देखने को होती है और वैसी लिखी नहीं जा सकती,पर जो तीर शिवतराई में छतीसगढ़ राज्य के तीरंदाजी स्पर्धा में चल रहे है वो टारगेट पर पहुंचे के कुछ पहले ही दिखाई देते है !
,,प्रतियोगिता का शुभारम्भ सीएमडी कालेज बिलासपुर की प्रशसकीय समिति के संरक्षक नारायण प्रसाद दूबे ने किया. इस 14 राज्य जूनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न जिलों के 37 बालक और 14 बालिका शामिल हैं समापन आज रविवार दोपहर 12 बजे होगा,यहाँ चयनित तीरंदाज 15दिसम्बर को विजयवाड़ा में होने वाली राष्ट्रीय स्पर्धा में शिरकत करेंगे ,,! यहाँ हो रही स्पर्धा में 'साई' [स्पोर्ट एथरटी आफ इंडिया] ट्रेनिंग सेंटर रायपुर के सात प्रतिभागी शामिल है ,,!!
स्पर्धा में बीस साल से कम के प्रतिभागी है ,,जो तीस मीटर से 70 मीटर दूरी पर टारगेट को भेद रहे हैं, पलड़ा शिवतराई गाँव का पहले दिन भारी लगा जिससे कोच इतवारी राज हर्षित है ,, क्यों न हो इस द्रोंण के शिष्य नेशनल स्पर्धा में फिर नाम कमाने और गांव को ख्याति दिलाने की और जो बढ़ते दिखाई दे रहे है ,,!
मुझे तो कमान से निकले गोली से तीर की गति खूब भायी ,,रायपुर से यहाँ सत्तर मीटर की स्पर्धा में शामिल होने आए इंजिनियरिंग कालेज के छात्र शुभम अग्रवाल ने बताया इस दूरी में जब तीर टारगेट की तरफ जाता है तो उसकी गति दौ सौ किमी से पार कर जाती है ,,! तीर में प्रतिभागी का नाम लिखा होता जिससे निर्णयक को मदद मिलाती है ,, स्पर्धा को सफल बनाने स्कूल के गरुजन,छात्र छात्राएं,स्काउट गाइड के आलावा गाँव के लोग भी जुटे मिले ,.!!

कोई टिप्पणी नहीं: