रविवार, 3 जनवरी 2016

छ्तीसगढ़ में स्ट्राबेरी का बढ़ता दायरा


लाइंन में लगी स्ट्राबेरी 

[डाक्टर  अशोक अग्रवाल अपने  दगौरी फार्म में .]
लोग कहते है बुराई एक दूजे से फैलती है, पर अच्छाई भी फैलती है, मेरे दोस्त रोशनलाल सूरजपुर में स्ट्रबेरी के प्रगतिशील किसान हैं, उनको छत्तीसगढ़ स्तरीय पुरस्कार भी प्रदान किया गया मगर वो इतने तक ही न बैठे, उन्होंने अपने दो साथियों बिलासपुर के बजरंग केडिया के आम उद्यान और डा. अशोक अग्रवाल के दगौरी के फार्म हॉउस में अपने आदमी साथ ला कर स्ट्राबेरी अक्टूबर में लगवाई और बीच-बीच में निरीक्षण भी किया अब दोनों जगह स्ट्राबेरी के फसल हो रही है,, जिसके अगले साल रकबा और बढ़ाया  जायेगा..और स्ट्राबेरी की फसल  किसानों को खेती में एक नया विकल्प भी मिलेगी  ,
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श्री रोशनलाल ज ने ये प्रयोग कर के यह साबित कर दिया की छ्तीसगढ़ के आबोहवा स्ट्राबेरी के माकूल है, उनका कहना है किस सरगुजा से जशपुर तक स्ट्राबेरी की खेती महाबलेश्वर सी हो सकती है बस किसानों के आगे आने की देर है,, कल शिवनाथ नदी की किनारे डा अशोक अग्रवाल के फार्म की स्ट्राबेरी की जायका लिया जो ताज़ी और नदी की कछारी मिट्टी में होने के अधिक मीठी और ज्यादा विटामिन से भरपूर होंगी,,इसकी पैदावार 40 डिग्री सेल्सियस तापमान होने तक होगी .!