शुक्रवार, 26 सितंबर 2014

मकसूद और मीडिया

मीडिया में जो बिकता है वो परोसा जाता है..
मकसूद कौन था, उसके माता-पिता क्या करते थे,
वो बाघ के बाड़े में कैसे गिरा..?
क्या वो नशे में था ,,पी एम् रिपोर्ट क्या कहती है..?
जू में लापरवाह अधिकारियों के क्या दंड मिला..?
कोई नेता गया क्या मकसूद के घर ..?
कोई मुआवजा या अनुग्रह राशि दी गई ..?
क्या वो किसी बड़े नेता ये आधिकारी का बेटा नहीं था..इसलिए.?
यदि वो फोटो खींच रहा था और गिरा तो उसका मोबाईल /कैमरा कहाँ हैं..?
वो किन के साथ जू गया था ,,?
इस हादसे के बाद दिल्ली के जू में क्या प्रबंध सुरक्षा के लिए किये गए..?
कहीं कुछ नहीं मिल रहा ,, जो बिक सकता था वो पहले दिन है बड़ी प्रमुखता से बिक गया ,,! कौन बिक रहा है खबर ये मीडिया ..तय करना चाहिए ,,,!!
एक गुजारिश है ''बड़ा दुःख होता है जब सोसल मीडिया में पढ़ा जाता है की वो बकरा खाता था बाघ का बकरा बन गया .. ! थू है उन पर ..जिन्होंने ये सोचा ,,! क्या मीडिया है बाघ और आम आदमी है मकसूद ,, बाघ ने तो एक बार मारा मीडिया दो दिन पहले बाघ के मारे मकसूद को कई बार मरेगा.जब उसे जरूरत होगी ..!

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