शुक्रवार, 1 अगस्त 2014

अमरकंटक में ज्ञान का मन्दिर



अमरकंटक में ज्ञान का मंदिर .!
'' अमरकंटक में सभी मंदिरों से बड़ा नहीं तो. पर कम नहीं ज्ञान का मंदिर..कल्याण सेवाश्रम द्वारा संचालित इस मंदिर का नाम है, 'कल्याणिक शिक्षा निकेतन'..इसका भव्य भवन यहाँ आने जाने वाले की सहज अपनी ओर आकर्षित करता है, सन 1998 शुरुवाती दौर इस शाला में कुछ छात्र पढ़ते थे आज नर्सरी से 12वीं के 850 छात्र-छात्रा ज्ञान अर्जित कर रहे हैं..!
इस वन इलाके में गुजरात के भुंज जिले के भेड़ पालक यायावरी जीवन व्यतीत करते रहे हैं उनके 40 बच्चे आज यहाँ से शिक्षित हो अब गुजरात में उच्च शिक्षा ले रहे हैं,शाला के मैनेजिंग ट्रस्टी हिमान्द्री मुनि ने बताया,485 छात्र छात्रों के लिए अलग अलग छात्रावास सुविधा यहाँ उपलब्ध है,फ़ीस सामान्य है, जिसमे कमजोर तबके के लिए सरकारी प्रवधान के मुताबिक 25 फीसद व आश्रम की ओर से दस फीसद को निशुल्क शिक्षा दी जाती है,,! यहाँ के पास आउट छात्र आईआईटी व् मेडिकल कालेज में शिक्षा भी लें रहे है,,!
कल्याण सेवा आश्रम के पितृ पुरुष बाबा कल्याणदास उदासीन पंथ के है,इस पन्थ में अध्यात्म के साथ समाज में शिक्षा,और सेवा को महत्व दिया गया है.इस स्कूल के बाद बाद अब इस संस्थान दवारा इस सत्र से बीएड की शिक्षा भी सौ छात्रों को देने की योजना है,कल्याणिक शिक्षा निकेतन में पांच राज्यों के बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं..!

हिमान्द्री मुनि के मुताबिक पेंड्रारोड में आश्रम दवारा दस एकड़ भूमि पर 72 कमरों का एक स्कूल भवन निर्माणाधीन है,यहाँ तीन हजार छात्रों के पढ़ने के व्यवस्था होगी.अगले शिक्षासत्र से इस स्कूल में प्रवेश शुरू हो जाए इस लक्ष्य मान कर काम किया जा रहा है,,!

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