ऊँची घनी पहाड़ी के ऊपर बजरंगबली की 76 फिट ऊँची ये प्रतिमा मीलों दूर से रतनपुर पहुंचने के पहले दिखाई देती है ,, प्राचीन छतीसगढ़ की राजघानी रतनपुर बिलासपुर से कोई पच्चीस किमी पर है ,,सदियों तक कलचुरि वंश के राजधानी आज आस्था की नगरी बन गई है ,,माँ महामाया का मन्दिर जहा नवरात्रि पर 25 हजार से ज्यादा ज्योति कलश प्रज्वलित होते है,भैरवबाबा,खंडोबा मन्दिर लखनी देवी मन्दिर,रामटेकरी मंदिर,सहित एक दर्जन आस्था के केंद्र है ,जिन संस्थानों के पास धन काफी है वो समाजहित में काम करने लगे हैं ,,,!
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